
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ-2025 का शुभारंभ। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन पहले शाही स्नान से हो गया। जिसमे लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं व साधु संतों ने आस्था की डुबकी लगायी। महाकुंभ में मकर संक्रांति के दिन पहला अम्रत स्नान हुआ। जिसमें महानिर्वाणी-अटल अखाड़े के संतों ने पहला अमृत स्नान किया। महाकुंभ में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़े के साधु-संतों ने सबसे पहला अमृत स्नान किया है।

परंपरा अनुसार अमृत स्नान के लिए साधु-संन्यासी सुबह-सुबह शोभायात्रा लेकर त्रिवेणी घाट पर पहुंचे हैं। वहीं अखाड़ों के नागा साधु अपने शरीर पर भस्म रमा कर, जटा-जूट का श्रृंगार कर के धर्म ध्वजा, तीर-तलवार, भाले और ढोल नगाड़े के साथ ही अपने इष्ट देव के जयकारे लगाते हुए संगम पर पहुंचे। उसके बाद पवित्र संगम पर पहुंच कर अखाड़े में इष्ट देव का मंत्रोच्चार करके विधि-विधान से पूजन किया जाता है। उसके बाद ही स्नान किया जाता है।
इन अखाड़ों ने किया पहला शाही स्नान

देश के प्रमुख 13 अखाड़े में से दो अखाड़े सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर घाट से प्रस्थान करके 7 बजकर 55 मिनट पर अपने शिविर पहुंचे। उसके बाद श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद शाही स्नान करने वाले दूसरा अखाड़ा है। उसके बाद श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा और श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा के साथ ही श्री पंचाग्नि अखाड़ा सुबह 8 बजे शाही स्नान कर चुके हैं।
उसके बाद अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा 10 बजकर 40 मिनट पर स्नान किया। इस अखाड़े के बाद यानी 11 बजकर 20 मिनट पर अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा और 12 बजकर 20 मिनट पर अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा शाही स्नान कर चुका है।
महाकुंभ में प्रशासन की तैयारियां चुस्त

प्रयागराज महाकुंभ स्नान को लेकर प्रशासन की तैयारियां पुरी तरह से चुस्त है। बता दें कि महाकुंभ के स्नान के तीसरे दिन आज दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा शाही स्नान करने के लिए प्रस्थान करेगा। उसके बाद दोपहर के 2 बजकर 20 मिनट पर श्री पंचायती अखाड़ा, बड़ा उदासीन अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ा शाही स्नान करेगा। अंत में यानी 3 बजकर 40 मिनट पर श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा महाकुंभ में स्नान करेगा। महाकुंभ में शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन पहले से ही तैयारियां पूरी कर चुका है।
