चार साल से था प्रेम संबंध अब अनदेखा करने लगी थी गीता
मलिहाबाद। थाना क्षेत्र के ईसापुर गांव में हुयी मां बेटी की हत्या का खुलासा शनिवार को पुलिस व क्राइम ब्रांच की सयुक्त टीम ने किया। पुलिस का दावा है कि यह वारदात प्रेम सम्बन्धों के चलते की गई थी। मृतक गीता का उसके रिश्ते के भतीजे विकास पुत्र राजेश से करीब चार साल से प्रेम सम्बंध थे। बीते अक्टूबर माह में करवा चौथ के दिन गीता ने विकास से साड़ी दिलाने के लिए कहा लेकिन आर्थिक तंगी का हवाला देखकर उसने मना कर दिया। जिसके बाद गीता नाराज हो गयी और उसने विकास से बातचीत करनी बंद कर दी। दिनांक 16 जनवरी की रात विकास घर के पीछे लगे बिजली पोल के सहारे घर मे दाखिल हुआ और किचन में जाकर बर्तन खड़बड़ाये जिसकी आवाज सुनकर गीता अपने कमरे बाहर निकली तो उसके सामने विकास खड़ा था। विकास ने अपने प्रेम सम्बंधों का हवाला देखर गीता पर फोन रिसीव करने तथा बातचीत करने का दबाव बनाया। मगर वह राजी नही हुयी जिसके बाद उसने डंडे से हमला कर दिया। ताबड़तोड़ सिर पर डंडे से कई बार वार कर दिया। इधर गीता (28) की चीख सुनकर बेटी दीपिका (6) भी जग गयी। उसने विकास को पहचान लिया राज न खुल जाए इस लिए हत्यारे ने उसके सिर पर भी डंडे से वार कर दिया। जब दोनों मां बेटी बेहोश हो गयी तो किचन से चाकू लाकर दोनों की गर्दन काट दी और वही घर मे रखी बाल्टी के पानी से हाथ साफ किये। उसके बाद गिप्ट में दिए गए गहने लेकर उसी रास्ते फरार हो गया। घटना की जांच कर रही सर्विलांस टीम को गीता के मोबाइल से आरोपी विकास द्वारा भेजे गए लगभग 17 सौ वाइस कॉल के मैसेज मिले। पुख्ता सुबूत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और लखनऊ हरदोई हाइवे पर स्थित नजरनगर गांव के फ्लाईओवर के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशाना देही पर हत्या में प्रयुक्त डंडा व चाकू बरामद कर उसे जेल भेज दिया। बताते दे कि बीते बुधवार की रात ईशापुर गांव निवासी प्रकाश कनौजिया की पत्नी गीता व उसकी बेटी दीपिका की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी। इस सनसनीखेज वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई थी। इस वारदात ने लखनऊ पश्चिम पुलिस की को भी हिला कर रख दिया था।
आरोपी को किये पर पछतावा नही बोला जिंदगी बर्बाद कर दी।
मलिहाबाद। मां बेटी के हत्यारोपी विकास को अपने किये पर कोई पछतावा नही है। पुलिस के सामने उसने अपना जुर्म कुबूल करते हुए बताया की कोरोना कॉल के दौरान वह गीता के प्रेम सम्बन्धों में आया। उसका गीता के घर आना जाना और फोन पर बातचीत होती रहती थी। इस बीच दोंनो में शारीरिक सम्बन्ध भी बनते थे। कोरोना कॉल समाप्त होने के बाद करीब दो वर्ष पूर्व उसने साढे तीन लाख रूपये खर्चा कर कुवैत का बीजा हासिल किया और वहां कमाने चला गया। इस बीच गीता ने अपने प्रेम सम्बन्धों का हवाला दे देकर उसे वहां रहने नही दिया और वह मात्र दो माह के बाद कुवैत से घर वापस आ गया। बिना रुपया कमाए वापस आने की वजह से उस पर कर्ज भी हो गया था। जिसको चुकता करने के लिए उसने मलिहाबाद कस्बे में स्थित प्रेम वस्त्रालय पर नौकरी कर ली। यहां पर भी वह जितना कमाता था उसका आधे से ज्यादा पैसे गीता के ऊपर खर्च कर देता था। उसके बाद भी महज एक साड़ी न दिलाने पर उसने रिश्ता तो लिया था इस बात की रंजिश थी। उसको सबक सिखाने के लिये योजनाबद्ध तरीके से वह घर पर बिजली के खंभे से सहारे चढ कर घुस गया। उसे मालूम था की उसकी आवाज पर गीता कमरे का दरवाजा नही खोलेगी। इस लिए उसने किचन में रखे बर्तन खड़खडाये बर्तनों की आवाज सुनकर गीता दरवाजा खोलकर बाहर निकली।
बेटी बाहर न आती तो नही मारता
आरोपी विकास ने कहा कि गीता पर जब उसने डंडे से हमला किया तो वह बहुत तेज से चीखने लगी। उसकी आवाज सुनकर दीपिका बाहर आ गयी और वह भी चीखने लगी। उसने पहचान भी लिया था इस लिए उसको भी मार दिया।
