कौशल किशोर ने महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, बच्चों को थमाए नए स्कूल बैग



टिकैतगंज गांव ने लिया ‘नशा मुक्त भारत’ का संकल्प
मलिहाबाद। अब हम घर बैठे सिलाई करके अपना और बच्चों का पेट पाल सकेंगे। यह खुशी की चमक थी टिकैतगंज गांव की उन दर्जनभर महिलाओं की आंखों में जिन्हें मंगलवार को पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने अपने हाथों से नई सिलाई मशीनें सौंपीं। ग्राम प्रधान श्रीमती निशा रावत के नेतृत्व में आयोजित इस छोटे से कार्यक्रम में कौशल किशोर ने एक साथ दो बड़े संदेश दे दिए। एक तरफ महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का संकल्प, दूसरी तरफ पूरे गांव को नशे से दूर रखने की शपथ। कार्यक्रम में पहुंचते ही पूर्व मंत्री ने सबसे पहले स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सिलाई मशीन और मजबूत लोहे का बॉक्स भेंट किया। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय टिकैतगंज के बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरते हुए रंग-बिरंगे स्कूल बैग बांटे। बच्चे बैग लेकर इतने खुश हुए कि तुरंत “नशा छोड़ो भारत बढ़ाओ”, “नशा नहीं उम्मीद चाहिए” जैसे नारे लगाने लगे। पूरा पंडाल तालियों और नारों से गूंज उठा।
कौशल किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा,
प्रधानमंत्री जी का सपना है कि गांव की हर बेटी-बहू आत्मनिर्भर बने। आज ये सिलाई मशीनें सिर्फ कपड़ा जोड़ने की मशीन नहीं, बल्कि इन बहनों के सपनों को सिलने का जरिया बनेंगी और नशा? यह वो जहर है जो पहले घर तबाह करता है, फिर गांव। इस लिए आज टिकैतगंज यह संकल्प ले कि ‘हमारा गांव नशा मुक्त’ गांव होगा। ग्राम प्रधान निशा रावत ने बताया कि गांव में 12 से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूह पहले से सक्रिय हैं। सिलाई मशीन मिलने से अब ये महिलाएं घरेलू स्तर पर ही बड़ा काम शुरू कर सकेंगी। उन्होंने कौशल किशोर का आभार जताते हुए कहा कि बहमारे क्षेत्र में विकास और महिलाओं के सशक्तिकरण के काम लगातार चल रहे हैं। यह सब इनके मार्गदर्शन से ही संभव हो पाया। कार्यक्रम में साँई ट्रस्ट धाम के अध्यक्ष अमित शर्मा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री गोमती देवी, प्रधानाचार्या रेनू सिंह, सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, आशा बहू, बीएलओ और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
