नई दिल्ली। वायनाड के रास्ते संसद पहुची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को संसद सदस्य के रूप में शपथ लेंगी। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सत्यन मोकेरी को हराकर वायनाड लोकसभा सीट 4,10,931 वोटों के अंतर से हासिल की है। कांग्रेस का गढ़ वायनाड में प्रियंका गांधी,बीजेपी की नव्या हरिदास,और सीपीएल के सत्यन मोकेरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबले में प्रियंका गांधी ने सीपीएल सत्यन मोकेरी को भारी अंतर से हरा कर सीट जीत ली। आपको बता दे कि प्रियंका के साथ ही महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता रवींद्र वसंतराव चव्हाण भी लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में शपथ लेंगे।
कांग्रेस के रवींद्र वसंतराव चव्हाण ने नांदेड़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 5,86,788 वोटों से जीत हासिल की। यह सीट मौजूदा कांग्रेस सांसद वसंतराव बलवंतराव चव्हाण के निधन के बाद खाली हुई थी, जिसके कारण उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
बुधवार को प्रियंका गांधी ने अपना निर्वाचन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद खुशी व्यक्त की और इसे प्यार, विश्वास और साझा मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि वायनाड से मेरे सहकर्मी आज मेरा निर्वाचन प्रमाण पत्र लेकर आए। मेरे लिए यह सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है; यह आपके प्यार, विश्वास और उन मूल्यों का प्रतीक है, जिनके लिए हम प्रतिबद्ध हैं। वायनाड अपने लिए बेहतर भविष्य बनाने की इस यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए मुझे चुनने के लिए धन्यवाद।”
23 नवंबर को वायनाड में अपनी जीत के बाद प्रियंका गांधी ने मतदाताओं के प्रति उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने अपने एक्स पर लिखा कि “आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं आपकी बहुत आभारी हूँ। मैं यह सुनिश्चित करूँगी कि समय के साथ, आपको वास्तव में लगे कि यह जीत आपकी जीत है और आपने जिस व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी उम्मीदों और सपनों को समझता है और आपके लिए लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज़ बनने के लिए उत्सुक हूँ।
जानकारी के लिए बता दे कि वायनाड सीट उनके भाई राहुल गांधी ने खाली की थी, जो पहले वायनाड का प्रतिनिधित्व करते थे, लेकिन इस साल के आम चुनावों के दौरान वहां से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उत्तर प्रदेश के रायबरेली चले गए। 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिनमें उत्तर प्रदेश की विधानसभा सीटों और केरल के वायनाड की लोकसभा सीट लो लेकर उल्लेखनीय मुकाबला था। क्योंकि वायनाड से प्रियंका गांधी ने पहली बार चुनावी मैदान कदम रखा था।
