मलिहाबाद में आयोजित प्रदेश पदाधिकारी की बैठक में घोषणा
लखनऊ। बुधवार को मलिहाबाद क्षेत्र के देवम लॉन में फास्ट रिलीफ चैरिटेबल टीम उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आहुति की गई। इस मौके पर एफआरसीटी के संस्थापक महेन्द्र वर्मा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि फास्ट रिलीफ चैरिटेबल टीम (एफ०आर०सी०टी०) प्रदेश के समस्त जिलों में संचालित है जिसमें समस्त विभागों के सरकारी व संविदा कर्मचारी, प्राइवेट नौकरी करने वाले समस्त कर्मचारी, शिक्षक, क्लर्क चपरासी, नर्स, डॉक्टर इंजीनियर, मीडियाकर्मी, एडवोकेट, व्यवसाई, किसान, गृहिणी, छात्र भी सदस्य बन रहे है। उन्होंने हमारी संस्था निःस्वार्थ भाव से सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दे रही है। जैसे कि किसी गरीब बेटी की शादी,अनाथ बच्चों की परवरिश के साथ उन्हें बेहतर शिक्षा प्रदान कर रही है। सह संस्थापक चन्द्र शेखर सिंह ने कहा कि FRCT से जुड़े हुए किसी वैधानिक सदस्य के दुखद निधन होने पर एफ०आर०सी०टी० से जुड़े हुए शेष अन्य सभी सदस्य निर्धारित न्यूनतम धनराशि 20 रुपए या 50 रुपए सीधे दिवंगत सदस्य के नॉमिनी के बैंक खाते में आर्थिक सहयोग भेजते हैं। सदस्य आर्थिक सहयोग भेजकर वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन नंबर भरते हुए ट्रांजेक्शन स्क्रीन शॉट भी अपलोड करते है। टीम अपने दिवंगत सदस्य के परिवार को 50 लाख रुपए तक का आर्थिक मदद करने का लक्ष्य बना कर काम कर रही है। प्रदेश कोर टीम से श्री प्रणव द्विवेदी ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार या दुर्घटना में गंभीर घायल वैधानिक सदस्य के इलाज में 5 से 10 लाख रुपए तक का आर्थिक मदद कराने की भी योजना है। एफआरसीटी टीम या टीम के पदाधिकारी किसी भी प्रकार का आर्थिक मदद अपने पास या अपने खाते में नहीं लेते है। पारदर्शिता बनाये रखने हेतु सारी व्यवस्था ऑनलाइन है। टीम पारदर्शी व्यवस्था बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित भी है। सह संस्थापक आशु कालियर ने कहा कि विभिन्न आर्थिक संकट पर नियमानुसार पारदर्शी तरीके से परस्पर आर्थिक मदद कराने का मंच है।उपस्थित समस्त प्रदेश पदाधिकारी ने अधिक से अधिक सर्वजन को एफआरसीटी से जोड़ने का संकल्प लिया।इस अवसर पर लखनऊ जिलाध्यक्ष प्रियम त्रिपाठी, जिला महामंत्री राजेन्द्र कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम मौर्य एवं प्रदेश कोर टीम से चरन सिंह, अरुण सिंह कुशवाहा, रानी सिंह कुशवाहा, प्रमोद गुप्ता, सचिन कुमार, देवेन्द्र साहनी, लवकुश वर्मा, सुभाष सैनी, नीरज श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित रहे।
